Discourage meaning in hindi, का मतलब क्या है

Discourage (डिसकरेज) शब्द का हिंदी में मतलब है हतोत्साहित करना, निराश करना, उत्साह कम करना, मनोबल गिराना। इसका प्रयोग किसी व्यक्ति को किसी कार्य को करने से रोकने या उसमें उसकी रुचि कम करने के लिए किया जाता है।

उदाहरण

  • “परीक्षा में खराब प्रदर्शन के बाद, शिक्षक ने छात्र को हतोत्साहित नहीं किया।”
  • “उसने मुझे इस नौकरी के लिए आवेदन करने से हतोत्साहित किया।”
  • “सरकार धूम्रपान को हतोत्साहित करने के लिए कई अभियान चला रही है।”

Discourage (डिसकरेज) के कुछ पर्यायवाची शब्द हैं:

  • निराश करना
  • मनोबल गिराना
  • उत्साह कम करना
  • निराश करना
  • हतोत्साहित करना
  • उत्साह भंग करना
  • मन टूटना
  • हौसला पस्त करना

Discourage (डिसकरेज) का उपयोग विभिन्न तरीकों से किया जा सकता है, जैसे:

  • किसी व्यक्ति को किसी कार्य से रोकने के लिए:

“उसने मुझे इस नौकरी के लिए आवेदन करने से हतोत्साहित किया।”

  • किसी व्यक्ति की रुचि कम करने के लिए:

“उसने मुझे इस खेल में रुचि लेने से हतोत्साहित किया।”

  • किसी कार्य को कठिन या अप्राप्य दिखाने के लिए:

“इस रास्ते पर जाने से मुझे हतोत्साहित किया गया क्योंकि यह बहुत खतरनाक था।”

Discourage (डिसकरेज) का प्रयोग करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए:

  • हमें किसी व्यक्ति को हतोत्साहित करते समय उसकी भावनाओं का ध्यान रखना चाहिए।
  • हमें किसी व्यक्ति को केवल इसलिए हतोत्साहित नहीं करना चाहिए क्योंकि हम खुद उस कार्य को करने से डरते हैं।
  • हमें किसी व्यक्ति को हतोत्साहित करने से पहले उसके विचारों को समझने का प्रयास करना चाहिए।

निराश करना (Discourage) का मतलब क्या है

निराश करना का मतलब है किसी को उसकी इच्छा या लक्ष्य को प्राप्त करने से हतोत्साहित करना। यह किसी व्यक्ति की भावनाओं, विचारों या कार्यों को नकारात्मक रूप से प्रभावित करके किया जा सकता है। निराशा कई तरह से हो सकती है, जैसे कि:

  • नकारात्मक टिप्पणी करना: किसी व्यक्ति की क्षमताओं या प्रयासों को कम करके आंकना।
  • आलोचना करना: किसी व्यक्ति की गलतियों या कमियों पर ध्यान केंद्रित करना।
  • समर्थन न देना: किसी व्यक्ति के सपनों या योजनाओं को महत्व न देना।
  • धमकाना या डराना: किसी व्यक्ति को नकारात्मक परिणामों की चेतावनी देकर डराना।

निराश करने के क्या कारण हो सकते हैं

निराश करने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे कि:

  • व्यक्तिगत अनुभव: यदि किसी व्यक्ति ने अतीत में असफलता का अनुभव किया है, तो वह भविष्य में प्रयास करने से हतोत्साहित हो सकता है।
  • निम्न आत्मसम्मान: यदि किसी व्यक्ति का आत्मसम्मान कम है, तो वह अपनी क्षमताओं पर विश्वास नहीं कर सकता है और आसानी से हार मान सकता है।
  • बाहरी दबाव: माता-पिता, शिक्षक, या समाज से आने वाले दबाव व्यक्ति को अपनी इच्छाओं के विरुद्ध काम करने के लिए मजबूर कर सकते हैं।
  • भय: असफलता, बदलाव, या अज्ञात का डर व्यक्ति को नए प्रयासों से रोक सकता है।

निराशा का क्या प्रभाव हो सकता है

निराशा का व्यक्ति के जीवन पर नकारात्मक प्रभाव हो सकता है, जैसे कि:

  • आत्मविश्वास में कमी: निराशा व्यक्ति को अपनी क्षमताओं पर संदेह कर सकती है और उसे कम आत्मविश्वास महसूस करा सकती है।
  • प्रेरणा की कमी: यदि कोई व्यक्ति हतोत्साहित है, तो वह लक्ष्य हासिल करने के लिए प्रेरित महसूस नहीं कर सकता है।
  • अवसाद और चिंता: निराशा अवसाद और चिंता जैसी मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकती है।
  • सामाजिक अलगाव: निराश व्यक्ति सामाजिक गतिविधियों से बच सकते हैं और दूसरों से दूर हो सकते हैं।

निराशा से कैसे बचा जा सकता है

निराशा से बचने के लिए कई कदम उठाए जा सकते हैं, जैसे कि:

  • सकारात्मक सोच: सकारात्मक सोच और आत्मविश्वास विकसित करना महत्वपूर्ण है।
  • लक्ष्य निर्धारित करना: छोटे और प्राप्त करने योग्य लक्ष्य निर्धारित करना और उन्हें पूरा करने का प्रयास करना।
  • समर्थन प्राप्त करना: परिवार, दोस्तों, या चिकित्सक से समर्थन प्राप्त करना।
  • सफलताओं का जश्न मनाना: अपनी छोटी और बड़ी सफलताओं का जश्न मनाना।
  • नकारात्मक लोगों से दूरी बनाना: नकारात्मक लोगों से दूरी बनाना जो आपको निराश करते हैं।
  • मदद मांगने में संकोच न करें: यदि आपको आवश्यकता हो तो मदद मांगने में संकोच न करें।

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