Liquidator meaning in hindi, Liquidator का मतलब क्या है

“Liquidator” शब्द का हिंदी में अनुवाद “परिसमापक” या “समाप्तकर्ता” होता है। यह एक ऐसा व्यक्ति या संस्था होती है जिसे किसी कंपनी या संगठन के परिसमापन (liquidation) की प्रक्रिया को पूरा करने का अधिकार दिया जाता है। Liquidator kya hai, Liquidator ka matlab kya hai, Liquidator meaning in hindi

परिसमापन एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें किसी कंपनी या संगठन की सभी संपत्तियों को बेचा जाता है और उसके सभी ऋणों का भुगतान किया जाता है। यह तब होता है जब कंपनी दिवालिया हो जाती है या जब उसे बंद करने का निर्णय लिया जाता है।

परिसमापक की मुख्य जिम्मेदारियां निम्नलिखित हैं:

  • कंपनी की सभी संपत्तियों का मूल्यांकन करना और उन्हें बेचना।
  • कंपनी के सभी ऋणों और दायित्वों का भुगतान करना।
  • कंपनी के कर्मचारियों को उनके बकाया वेतन और लाभ प्रदान करना।
  • कंपनी के रिकॉर्ड को बनाए रखना और उन्हें अंतिम रूप देना।
  • परिसमापन प्रक्रिया के दौरान सभी हितधारकों को जानकारी प्रदान करना।

परिसमापक को कानून द्वारा निर्धारित दिशानिर्देशों का पालन करना होता है और उसे सभी हितधारकों के हितों का ध्यान रखना होता है।

परिसमापक बनने के लिए किसी व्यक्ति के पास वित्त, लेखा, और कानून में विशेषज्ञता होनी चाहिए। उसे अनुभव और अच्छे संचार कौशल भी होने चाहिए।

परिसमापन एक जटिल और चुनौतीपूर्ण प्रक्रिया हो सकती है। परिसमापक को इस प्रक्रिया को कुशलतापूर्वक और प्रभावी ढंग से पूरा करने के लिए सक्षम होना चाहिए।

“Liquidator” के कुछ पर्यायवाची शब्दों में “समाप्तकर्ता”, “निस्तारणकर्ता”, “द्रवीकरणकर्ता”, “परिसमापक अधिकारी” आदि शामिल हैं।

“Liquidator” के कुछ उदाहरण:

  • जब एक बैंक दिवालिया हो जाता है, तो सरकार एक परिसमापक नियुक्त करती है ताकि बैंक की संपत्तियों को बेचा जा सके और उसके जमाकर्ताओं को भुगतान किया जा सके।
  • जब एक कंपनी बंद होने का फैसला करती है, तो वह अपने कर्मचारियों को बर्खास्त करती है और एक परिसमापक नियुक्त करती है ताकि कंपनी की संपत्तियों और दायित्वों का निपटान किया जा सके।
  • जब कोई अदालत किसी व्यक्ति या कंपनी को दिवालिया घोषित करती है, तो वह एक परिसमापक नियुक्त करती है ताकि दिवालिया व्यक्ति या कंपनी की संपत्तियों और दायित्वों का निपटान किया जा सके।

Liquidator कौन होता है

एक Liquidator वह व्यक्ति या संस्था होती है जिसे किसी कंपनी के परिसमापन की प्रक्रिया को संभालने के लिए नियुक्त किया जाता है। परिसमापन का मतलब है कि कंपनी बंद हो रही है और उसकी सभी संपत्तियों को बेचकर ऋण चुकाया जाएगा और शेष धनराशि शेयरधारकों को वितरित की जाएगी।

Liquidator को कैसे नियुक्त किया जाता है

Liquidator को आमतौर पर अदालत, शेयरधारकों या लेनदारों द्वारा नियुक्त किया जाता है।

Liquidator की क्या जिम्मेदारियां होती हैं

Liquidator की मुख्य जिम्मेदारियां हैं: Liquidator kya hai, Liquidator ka matlab kya hai, Liquidator meaning in hindi

  • कंपनी की सभी संपत्तियों का पता लगाना और उनका मूल्यांकन करना
  • संपत्तियों को बेचना और ऋण चुकाना
  • शेष धनराशि को शेयरधारकों को वितरित करना
  • कंपनी के रिकॉर्ड को बनाए रखना और उन्हें अदालत में जमा करना

Liquidator बनने के लिए क्या योग्यताएं आवश्यक हैं

Liquidator बनने के लिए किसी विशिष्ट शैक्षणिक योग्यता की आवश्यकता नहीं होती है।

Liquidator का काम कितना मुश्किल होता है

Liquidator का काम काफी मुश्किल और जटिल हो सकता है।

Liquidator को कितना भुगतान किया जाता है

Liquidator को उसकी सेवाओं के लिए शुल्क का भुगतान किया जाता है।

क्या कोई भी व्यक्ति Liquidator बन सकता है

नहीं, Liquidator बनने के लिए कुछ योग्यताएं और अनुभव होना आवश्यक होता है।

Liquidator का काम कब तक चलता है

Liquidator का काम तब तक चलता है जब तक कि कंपनी का परिसमापन पूरा नहीं हो जाता और सभी ऋण चुका नहीं दिए जाते।

क्या Liquidator के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा सकती है

हां, यदि Liquidator अपनी जिम्मेदारियों का पालन करने में विफल रहता है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा सकती है।

भारत में Liquidator से संबंधित कौन सा कानून है

भारत में Liquidator से संबंधित मुख्य कानून भारतीय दिवालियापन और शोधन अक्षमता संहिता, 2016 है। Liquidator kya hai, Liquidator ka matlab kya hai, Liquidator meaning in hindi