Bass drum meaning in hindi, Bass drum का मतलब क्या है

Bass drum, जिसे हिंदी में “बैस ढोल” भी कहा जाता है, एक बड़ा ड्रम है जो कम आवृत्ति वाली ध्वनि उत्पन्न करता है। यह विभिन्न प्रकार के संगीत में ताल और लय प्रदान करने के लिए एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। Bass drum kya hai, Bass drum ka matlab kya hai, Bass drum meaning in hindi

बास ड्रम का स्वरूप

  • यह आमतौर पर बेलनाकार होता है, जिसका व्यास इसकी गहराई से काफी अधिक होता है।
  • ड्रम के दोनों सिरों पर एक-एक “हेड” (पतला तंत्र) होता है, जो आमतौर पर प्लास्टिक या जानवरों की खाल से बना होता है।
  • इन हेड्स को तनावपूर्ण रखा जाता है, जो ड्रम की पिच और ध्वनि को निर्धारित करता है।
  • बास ड्रम को विभिन्न प्रकार के “बीटर” (सर्जन) से बजाया जाता है, जैसे कि पैडल, स्टिक या मैलेट।

बास ड्रम कितने प्रकार के होते हैं

  • ऑर्केस्ट्रल बास ड्रम: यह सबसे बड़ा बास ड्रम होता है, जिसका उपयोग ऑर्केस्ट्रा और बैंड में किया जाता है।
  • किक ड्रम: यह ड्रम सेट का हिस्सा होता है, जिसे पैडल द्वारा बजाया जाता है।
  • पिच बास ड्रम: यह ड्रम एक विशिष्ट पिच पर ट्यून किया जाता है और इसका उपयोग मार्चिंग बैंड और ड्रम कोर में किया जाता है।

बास ड्रम का उपयोग

  • बास ड्रम का उपयोग विभिन्न प्रकार के संगीत में ताल और लय प्रदान करने के लिए किया जाता है।
  • इसका उपयोग संगीत के गति और गतिशीलता को निर्धारित करने में भी किया जाता है।
  • बास ड्रम का उपयोग अक्सर एक्सेंट और आउट्रो बनाने के लिए भी किया जाता है।
  • यह रॉक, पॉप, जैज़, हिप हॉप, इलेक्ट्रॉनिक और शास्त्रीय संगीत सहित कई शैलियों में पाया जाता है।

बास ड्रम बजाने की तकनीक

  • बास ड्रम बजाने के लिए विभिन्न प्रकार की तकनीकों का उपयोग किया जाता है।
  • सबसे आम तकनीक पैडल का उपयोग करके ड्रम को मारना है।
  • ड्रमस्टिक या मैलेट का उपयोग करके भी बास ड्रम बजाया जा सकता है।
  • बास ड्रम की ध्वनि को विभिन्न प्रकार के बीटर्स और हेड्स का उपयोग करके बदला जा सकता है।

बास ड्रम क्या है

बास ड्रम ड्रम सेट का सबसे बड़ा और सबसे कम आवाज वाला ड्रम है। यह आमतौर पर फर्श पर रखा जाता है और इसे पैर से बजाया जाता है। बास ड्रम ताल में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और संगीत को गहराई और शक्ति प्रदान करता है। Bass drum kya hai, Bass drum ka matlab kya hai, Bass drum meaning in hindi

बास ड्रम के भाग क्या हैं

बास ड्रम के मुख्य भाग हैं:

  • शेल: यह ड्रम का शरीर होता है, जो आमतौर पर लकड़ी, धातु या फाइबरग्लास से बना होता है।
  • हेड: यह ड्रम का शीर्ष होता है, जिसे स्ट्रोक करने के लिए बजाया जाता है। यह प्लास्टिक, मायलर या जानवरों की त्वचा से बना हो सकता है।
  • हूप: यह हेड के किनारे पर एक धातु का रिंग होता है जो इसे शेल से जोड़ता है।
  • बेस: यह ड्रम का तल होता है, जिस पर यह फर्श पर टिकी हुई होती है।
  • पेडल: यह एक लीवर होता है जिसे पैर से दबाकर ड्रम को बजाया जाता है।
  • बीटर: यह पैडल के अंत में लगा एक गद्देदार हिस्सा होता है जो हेड को मारता है।

बास ड्रम कितने आकार में आते हैं

बास ड्रम विभिन्न आकारों में आते हैं, आमतौर पर 16 इंच से 24 इंच व्यास तक। सबसे आम आकार 20 इंच या 22 इंच है।

बास ड्रम की ध्वनि को कैसे बदला जाता है

बास ड्रम की ध्वनि को कई तरीकों से बदला जा सकता है, जिनमें शामिल हैं:

  • ड्रम का आकार: बड़े ड्रम छोटे ड्रम की तुलना में गहरी आवाज करते हैं।
  • हेड का प्रकार: प्लास्टिक के हेड मायलर के हेड की तुलना में चमकदार और अधिक आक्रामक आवाज करते हैं। जानवरों की त्वचा से बने हेड सबसे गर्म और सबसे प्राकृतिक आवाज करते हैं।
  • ट्यूनिंग: ड्रम हेड को जितना अधिक टाइट किया जाएगा, उसकी आवाज उतनी ही ऊंची होगी।
  • बीटर का प्रकार: विभिन्न प्रकार के बीटर विभिन्न प्रकार की ध्वनि उत्पन्न करते हैं।
  • डम्पिंग: ड्रम के अंदर लगा एक पैड जो ध्वनि को कम करता है।

बास ड्रम का उपयोग किन शैलियों में किया जाता है

बास ड्रम का उपयोग लगभग सभी प्रकार के संगीत में किया जाता है, जिसमें शामिल हैं:

  • रॉक: बास ड्रम रॉक संगीत में ताल का आधार प्रदान करता है।
  • पॉप: बास ड्रम पॉप संगीत में गति और उत्साह जोड़ता है।
  • जैज़: बास ड्रम जैज़ संगीत में ताल और लय प्रदान करता है।
  • क्लासिकल: बास ड्रम शास्त्रीय संगीत में ऑर्केस्ट्रा को शक्ति प्रदान करता है।
  • इलेक्ट्रॉनिक: बास ड्रम इलेक्ट्रॉनिक संगीत में सिंथेसाइज़र और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के साथ मिलकर काम करता है। Bass drum kya hai, Bass drum ka matlab kya hai, Bass drum meaning in hindi