Antianxiety meaning in hindi, Antianxiety का मतलब क्या है

चिंता निवारक (Antianxiety) वे पदार्थ या तकनीकें हैं जो चिंता, घबराहट और तनाव जैसी भावनाओं को कम करने में मदद करते हैं। इनका उपयोग विभिन्न प्रकार की चिंता विकारों के उपचार के लिए किया जाता है, जिनमें सामान्य चिंता विकार, सामाजिक चिंता विकार, और आतंक विकार शामिल हैं। Antianxiety kya hai, Antianxiety ka matlab kya hai, Antianxiety meaning in hindi

प्रकार

चिंता निवारक दो मुख्य प्रकारों में आते हैं:

दवाएं

  • एंटी-डिप्रेसेंट्स: कुछ एंटी-डिप्रेसेंट्स, जैसे कि सेलेक्टिव सेरोटोनिन रीअपटेक इनहिबिटर (SSRIs) और सेरोटोनिन-नॉरएपिनेफ्रिन रीअपटेक इनहिबिटर (SNRIs), चिंता विकारों के इलाज में भी प्रभावी होते हैं।
  • एंटी-अनैक्जियोलिटिक्स: ये दवाएं, जैसे कि बेंजोडायजेपींस, चिंता और घबराहट को कम करने में तेजी से काम करती हैं। हालांकि, इनका लंबे समय तक उपयोग किया जाना चाहिए क्योंकि इनसे लत लग सकती है।
  • बीटा ब्लॉकर्स: ये दवाएं हृदय गति और रक्तचाप को कम करके शारीरिक चिंता लक्षणों, जैसे कि तेज़ दिल की धड़कन और पसीना आना, को कम करने में मदद करती हैं।

गैर-दवा उपचार

  • थैरेपी: संज्ञानात्मक-व्यवहार थेरेपी (CBT) चिंता विकारों के लिए सबसे प्रभावी गैर-दवा उपचारों में से एक है। CBT लोगों को नकारात्मक विचारों और व्यवहारों की पहचान करने और उन्हें बदलने में मदद करता है जो उनकी चिंता को बढ़ाते हैं।
  • ध्यान: ध्यान और योग जैसी विश्राम तकनीकें चिंता और तनाव को कम करने में मदद कर सकती हैं।
  • जीवनशैली में बदलाव: स्वस्थ भोजन, नियमित व्यायाम और पर्याप्त नींद लेना चिंता के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है।

उपयोग

चिंता निवारक का उपयोग डॉक्टर के निर्देशानुसार किया जाना चाहिए। डॉक्टर रोगी की व्यक्तिगत आवश्यकताओं के आधार पर दवा या गैर-दवा उपचार का एक संयोजन लिख सकते हैं।

अतिचिंता क्या है

अतिचिंता एक मानसिक स्वास्थ्य स्थिति है जो अत्यधिक चिंता और भय की विशेषता है। यह सामान्य चिंता से अधिक गंभीर है और दैनिक जीवन में हस्तक्षेप कर सकती है। अतिचिंता के लक्षणों में बेचैनी, घबराहट, ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई, चिड़चिड़ापन, थकान, नींद में कठिनाई और शारीरिक लक्षण जैसे हृदय गति में वृद्धि, पसीना आना और कांपना शामिल हो सकते हैं। Antianxiety kya hai, Antianxiety ka matlab kya hai, Antianxiety meaning in hindi

अतिचिंता के क्या कारण हैं

अतिचिंता के कई संभावित कारण हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • आनुवंशिकी: यदि आपके परिवार में अतिचिंता या अन्य मानसिक स्वास्थ्य स्थितियां हैं, तो आपको विकसित होने का खतरा अधिक हो सकता है।
  • मस्तिष्क रसायन: मस्तिष्क में असंतुलन कुछ न्यूरोट्रांसमीटर, जैसे सेरोटोनिन और डोपामाइन, अतिचिंता में योगदान कर सकते हैं।
  • जीवन के अनुभव: तनावपूर्ण या दर्दनाक जीवन की घटनाएं अतिचिंता के विकास को ट्रिगर कर सकती हैं या बढ़ा सकती हैं।
  • व्यक्तित्व: कुछ व्यक्तित्व लक्षण, जैसे कि पूर्णतावाद या तंत्रिकावाद, अतिचिंता के विकास के जोखिम को बढ़ा सकते हैं।
  • दवाओं का दुरुपयोग: कुछ दवाओं और पदार्थों का दुरुपयोग अतिचिंता के लक्षणों को जन्म दे सकता है या बिगाड़ सकता है।
  • चिकित्सा स्थितियां: कुछ चिकित्सा स्थितियां, जैसे हृदय रोग या थायरॉयड समस्याएं, अतिचिंता के लक्षणों का कारण बन सकती हैं।

अतिचिंता का निदान कैसे किया जाता है

अतिचिंता का निदान आमतौर पर एक मानसिक स्वास्थ्य पेशेवर द्वारा किया जाता है जो आपके लक्षणों का मूल्यांकन करेगा और आपके मेडिकल इतिहास और जीवन के अनुभवों के बारे में प्रश्न पूछेगा। वे शारीरिक परीक्षण भी कर सकते हैं या अन्य चिकित्सा स्थितियों को बाहर करने के लिए परीक्षणों का आदेश दे सकते हैं जो आपके लक्षणों का कारण बन सकती हैं।

अतिचिंता का इलाज कैसे किया जाता है

अतिचिंता का इलाज आमतौर पर थेरेपी, दवा या दोनों के संयोजन से किया जाता है।

  • थेरेपी: संज्ञानात्मक-व्यवहार थेरेपी (सीबीटी) एक प्रकार की थेरेपी है जो अतिचिंता के लिए सबसे प्रभावी उपचारों में से एक है। सीबीटी आपको नकारात्मक विचारों और व्यवहारों की पहचान करने और उन्हें बदलने में मदद करती है जो आपकी चिंता को बढ़ाते हैं।
  • दवाएं: कई प्रकार की दवाएं अतिचिंता के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकती हैं, जैसे कि एंटीडिप्रेसेंट और एंटी-चिंता दवाएं। आपका डॉक्टर आपको यह निर्धारित करने में मदद करेगा कि आपके लिए कौन सी दवा सही है। Antianxiety kya hai, Antianxiety ka matlab kya hai, Antianxiety meaning in hindi